विश्व शतरंज चैंपियन डी गुकेश : ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया, एक नया इतिहास रचा गया। 2024

सिंगापुर मैं डी गुकेश विश्व शतरंज चैंपियन की उपलब्धि हासिल की है 18 साल की उम्र में सबसे युवा शतरंज चैंपियन बने। अपनी जीत के साथ उन्होंने चीन की बादशाहत भी खत्म कर दी, इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं पिछले 10 साल से इस पल का इंतजार कर रहा था आज वह दिन आ गया अपनी खुशी जाहिर की।

आखरी 14वे राउंड में डी गुकेश ने पलट दी बाजी
भारतीय ग्रैंड मास्टर डी गुकेश गुरुवार को किताबी मुकाबले में चीन के डिंग लॉरेन को 14वी और आखरी बाजी में हराया। 14 में राउंड में गेम की आखिरीक्लासिकल मैं लॉरेन के 6.5 और आवश्यक 7.5 अंक हासिल किया
उन्होंने चार घंटे में 58 राउंड करने के बाद लॉरेन को 14वें राउंड में बाजीगर की तरह हराया।

पुरस्कार सम्मानित राशि
आप लोगों को बता दे की इस मैच के जीत के बाद उन्हें 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार दी जाएगी। चेन्नई के रहने वाले डी गुकेश ने जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए एक बड़ा बयान दिया। ऐतिहासिक जीत के बाद पिछले 10 साल से सपना देख रहा था। मुझे खुशी है कि मैं अपने सपनों को साकार किया। क्योंकि हमें इस जीत की उम्मीद नहीं थी कि मैं इस मुकाम पर पहुंच जाऊंगा। फिर भी हमें आगे बढ़ने का मौका मिला।


इससे पहले डी गुकेश ने गेम के पहले आखिरी गुरुवार के तीसरे और 11 में राउंड में जीत हासिल की। डी गुकेश ने इस साल के सबसे कम उम्र में विश्व खिताब के लिए चैलेंज के रूप में इस मैच मैं की थी।
वहीं, भारत में यह दिग्गज विश्वनाथन आनंद ने 2012 में और उसके बाद बाद विश्व शतरंज चैंपियन डी गुकेश : ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया, एक नया इतिहास रचा गया।


सिंगापुर मैं डी गुकेश विश्व शतरंज चैंपियन की उपलब्धि हासिल की है 18 साल की उम्र में सबसे युवा शतरंज चैंपियन बने। अपनी जीत के साथ उन्होंने चीन की बादशाहत भी खत्म कर दी, इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं पिछले 10 साल से इस पल का इंतजार कर रहा था आज वह दिन आ गया अपनी खुशी जाहिर की।

आखरी 14वे राउंड में डी गुकेश ने पलट दी बाजी
भारतीय ग्रैंड मास्टर डी गुकेश गुरुवार को किताबी मुकाबले में चीन के डिंग लॉरेन को 14वी और आखरी बाजी में हराया। 14 में राउंड में गेम की आखिरीक्लासिकल मैं लॉरेन के 6.5 और आवश्यक 7.5 अंक हासिल किया
उन्होंने चार घंटे में 58 राउंड करने के बाद लॉरेन को 14वें राउंड में बाजीगर की तरह हराया।


आप लोगों को बता दे की इस मैच के जीत के बाद उन्हें 2.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार दी जाएगी। चेन्नई के रहने वाले डी गुकेश ने जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए एक बड़ा बयान दिया। ऐतिहासिक जीत के बाद पिछले 10 साल से सपना देख रहा था। मुझे खुशी है कि मैं अपने सपनों को साकार किया। क्योंकि हमें इस जीत की उम्मीद नहीं थी कि मैं इस मुकाम पर पहुंच जाऊंगा। फिर भी हमें आगे बढ़ने का मौका मिला।
इससे पहले डी गुकेश ने गेम के पहले आखिरी गुरुवार के तीसरे और 11 में राउंड में जीत हासिल की। डी गुकेश ने इस साल के सबसे कम उम्र में विश्व खिताब के लिए चैलेंज के रूप में इस मैच मैं की थी।
वहीं, भारत में यह दिग्गज विश्वनाथन आनंद 2012 में जीता था और उसके बाद डी गुकेश दूसरे खिलाड़ी है।

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