बाग़ी 4
एक बार फिर से बेहतरीन मूवी रिलीज हुई है। जो की बागी 4 एक्शन हीरो संजय दत्त और टाइगर श्रॉफ की यह मूवी एक्शन से भरपूर है, और यह मूवी 5 सितंबर को सिनेमा घर में रिलीज किया गया है आईए जानते हैं इसका पूरा रिव्यू।
फिल्म की कहानी
रॉनी (Tiger Shroff) एक हादसे के बाद मानसिक टूट से जूझ रहा है। वह अलीशा नाम की एक महिला को खोने का शोक मनाता है, जिसे उसके आस-पास के लोग नहीं पहचानते। जैसे-जैसे वह सच जानने की कोशिश करता है, असलियत और भ्रम की दीवारें ढहती जाती हैं। इस बीच उसका सामना Sanjay Dutt के किरदार ‘चक्को’ से होता है, जो कहानी में भय का एजेंट बनकर आता है। इस बीच कहानी में और पात्र जुड़ते हैं, लेकिन संयोजन और कहानी सुनाने में कमजोरी रहती है।
निर्देशन और निर्माण: फिल्म का निर्देशन किया है A. Harsha ने, जो अपनी पहली हिंदी फिल्म बना रहे हैं, और निर्माता हैं
अनौपचारिक रीमेक: यह फिल्म 2013 की तमिल फिल्म Ainthu Ainthu Ainthu पर आधारित (अनौपचारिक रीमेक) है
रिलीज़ और प्रमाण पत्र: फिल्म 5 सितंबर 2025 को सिनेमाघरों में आई और इसे CBFC ने ‘A’ सर्टिफिकेट दिया। हालांकि, 23 कट्स के बाद इसका रनटाइम 157 मिनट रह गया (पहले लगभग 163 मिनट था)
स्ट्रीमिंग: थिएटर रन के बाद इसे Amazon Prime Video पर स्ट्रीम किया जाएगा
Baaghi 4 एक हिंदी एक्शन‑थ्रिलर फिल्म है, जो Baaghi फ्रैंचाइज़ का चौथा भाग है। यह फिल्म दिमाग में भटकनों, मानसिक संघर्ष और प्यार की खोज पर आधारित हैं।
मुख्य पात्र: टाइगर श्रॉफ “रॉनी” (रनवीर प्रीत सिंह) की भूमिका में हैं, जो एक ट्रेन दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद बुरी तरह टूट चुका है। उसके दिमाग में केवल एक ही नाम गूँजता है — अलीशा; लेकिन लोग कहते हैं कि वह अस्तित्व में ही नहीं है। धीरे-धीरे रॉनी का मानसिक संतुलन गड़बड़ाने लगता है और वास्तविकता और कल्पना के बीच की सीमा धुंधली हो जाती है
कहानी कैसे unfolds होती है: फिल्म की शुरुआत एक जबरदस्त एक्शन सीक्वेंस से होती है, लेकिन वह असलियत में केवल रॉनी की मानसिक hallucination होती है। कहानी आगे non-linear तरीके से बढ़ती है — अलीशा (Harnaaz Sandhu) की यादें, रॉनी का गुमसुम होना और उसकी कोशिशें सामने आती हैं