बाढ़ का खतरा मां गंगा का रौद्र रूप
काशी में एक बार फिर मां गंगा का रौद्र रूप दिखा कुछ दिन पहले मां गंगा का जलस्तर कम हुआ था। लेकिन 31 जुलाई से लेकर मां गंगा अपने रौद्र रूप में फिर तैयार हो गई और सभी घाटे जलमग्न हो गए हैं ।लगातार खतरे के निशान पर मां गंगा बह रही है। खतरे के निशान 70.5 सेंटीमीटर मां गंगा का जलस्तर पहुंच गया है।प्रति घंटा 4 सेंटीमीटर की तेजी से बढ़ रही है।
वरुणा नदी का जलस्तर,
वाराणसी में हावड़ा नदी का जलस्तर इतना ज्यादा बढ़ गया है ।कि घरों में पानी भर आया है। और वहां के स्थानीय लोग घर से पलायन हो रहे हैं। बाढ़ राहत केंद्र पर इतनी ज्यादा भीड़ हो गई है। कि लोगों को बड़ी समस्या हो रही है। गलियों और सड़कों पर भी पानी का बहाव तेज हो गया है। इसी तरह लगातार बढ़ता रहा तो बाढ़ का खतरा बहुत तेजी से हो जाएगा। लोगों को काम धंधा पर आने जाने में बड़ी सब दिक्कतों का सामना करना पड़ारहा है।
वाराणसी में गंगा का जलस्तर बहुत तेजी से बढ़ रहा है,
वाराणसी में गंगा का जलस्तर 70.5 सेंटीमीटर से अधिक पर बह रहा है। मां गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। वाराणसी काशी का प्रसिद्ध नमो घाट भी जलमग्न हो चुका है। इसी तरह मां गंगा का जलस्तर बढ़ता रहा तो बहुत जल्द ही गलियों में पानी और सभी के घरों में पानी भर जाएगा। और बाढ़ आने की संभावना 90% हो गई है। आज रात में गंगा का जलस्तर 1 घंटे में 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा बढ़ रहा है। पता जा रहा है ।कि इसके पहले वाले में गंगा का जलस्तर इतना तेजी से नहीं बढ़ रहा था।। वाराणसी में एक बार फिर मां गंगा का जलस्तर बहुत तीव्र है।
बाढ़ आने का खतरा बहुत तेजी से बढ़ रहा है।